ख़्वाब मेरे शीशे के ही सही, पर तस्वीर तेरी मिटती नहीं है! ख़्वाब मेरे शीशे के ही सही, पर तस्वीर तेरी मिटती नहीं है!
तर्क की कसौटी पर हर बार कसी जाती हूँ। तर्क की कसौटी पर हर बार कसी जाती हूँ।