तो चलिये दोस्तों, आज ये बर्फानी एहसास करते हैं सिर से पांव तक जमे हुये, कुछ जज़्बात खरोंचते हैं तो चलिये दोस्तों, आज ये बर्फानी एहसास करते हैं सिर से पांव तक जमे हुये, कुछ जज़...
सभका भरता पेट, नसीब फेर बी माड़ा। रहै पूर म्ह राख, रातभर मारै जाड़ा। सभका भरता पेट, नसीब फेर बी माड़ा। रहै पूर म्ह राख, रातभर मारै जाड़ा।