जैसे बारिश में हो एक भीगता जिया हो………बेटी-दामाद को देख तो ऐसा लगा जैसे बारिश में हो एक भीगता जिया हो………बेटी-दामाद को देख तो ऐसा लगा
मैं कोरा कागज ही था तू आयी और मेरे जिन्दगी मे रंग भरना चालू किया मैं रोक न पाई खुदको और नए नए रंग ... मैं कोरा कागज ही था तू आयी और मेरे जिन्दगी मे रंग भरना चालू किया मैं रोक न पाई...