लब़ों पे तुम्हारे ये लाली क्यूँ है? इनपे तो मेरे लब़ों का हक़ है मुखड़े पे तुम्हारे पसीना क्यूँ है... लब़ों पे तुम्हारे ये लाली क्यूँ है? इनपे तो मेरे लब़ों का हक़ है मुखड़े पे तुम...