बिना बूझे ता उम्र जलता रहा... बिना बूझे ता उम्र जलता रहा...
थकहार कर जब मैं, गम से बोझिल हुआ मौत को पुकारा, पर उसने भी ना छुआ, थकहार कर जब मैं, गम से बोझिल हुआ मौत को पुकारा, पर उसने भी ना छुआ,
ये इश्क अजब सी चीज़ है यारों अजब नज़ारे दिखलाता है किसी हँसते को कभी रुलाता है कभी हंसने की वजह ब... ये इश्क अजब सी चीज़ है यारों अजब नज़ारे दिखलाता है किसी हँसते को कभी रुलाता है...