सइयाँ कौनठौर मैं जाऊँ मैली हो गयीमेरी चदरियाओढ़त मैं शरमाऊं सइयाँ कौनठौर मैं जाऊँ मैली हो गयीमेरी चदरियाओढ़त मैं शरमाऊं
चादर बड़ी अनमोल दिनों दिन हो रही कमजोर कर्मों के ताने-बाने से! चादर बड़ी अनमोल दिनों दिन हो रही कमजोर कर्मों के ताने-बाने से!