पैरों की बेड़ियों से गले का फंदा बनती इन संधियों को, अब तोड़ने का वक़्त है। पैरों की बेड़ियों से गले का फंदा बनती इन संधियों को, अब तोड़ने का वक़्त है।
झूठी अफवाह में ना आकर उपद्रव हमें ना कर देना है अपने घर की मर्यादा को अपने से ना भंग कर देना है।। झूठी अफवाह में ना आकर उपद्रव हमें ना कर देना है अपने घर की मर्यादा को अपने से...