घर होते हुए भी हम घर पहुंच नहीं पाते। घर होते हुए भी हम घर पहुंच नहीं पाते।
हर शाम मिलने आए तन्हाई से मुहब्बत मुझको , आके जो घर कर जाए रुनाई से मुहब्बत मुझको हर शाम मिलने आए तन्हाई से मुहब्बत मुझको , आके जो घर कर जाए रुनाई से मुहब्बत म...