तुम्हारे हाथों में लकीरों सी मिट जाएंगी। वो किसी सैलाब सा तुम्हारे हाथों में लकीरों सी मिट जाएंगी। वो किसी सैलाब सा
आज देखा, वह ग़ायब हो गया पता नहीं कब मिलेगा कई रास्ते ऐसे ही गँवा दिए। लेकिन आज दूसरा रास्त... आज देखा, वह ग़ायब हो गया पता नहीं कब मिलेगा कई रास्ते ऐसे ही गँवा दिए। ले...