नहीं होना चाहती वो.... अभिशप्त रेत के नीचे दब कर नहीं होना चाहती वो.... अभिशप्त रेत के नीचे दब कर
बेबाक से घूमो फिरो उड़ो आसमान में पंख फैलाओ नील गगन में। बेबाक से घूमो फिरो उड़ो आसमान में पंख फैलाओ नील गगन में।