नन्हे बचपन से छूट गये, गिल्ली-डंडा जैसे प्यारे खेल नन्हे बचपन से छूट गये, गिल्ली-डंडा जैसे प्यारे खेल
फिर रात को थोड़ा माँ के साथ सीरियल देखना खाना खा कर सो जाना फिर रात को थोड़ा माँ के साथ सीरियल देखना खाना खा कर सो जाना
हंसी की बहुत कीमत है यह बिछड़ती है तब समझ आती है। हंसी की बहुत कीमत है यह बिछड़ती है तब समझ आती है।
इतनी जल्दी भगवान सुनेंगे यह तो सोचा भी न था पर मासूम बच्चे की इच्छा का ये पूर्ण जुगाड़ प्रभु का... इतनी जल्दी भगवान सुनेंगे यह तो सोचा भी न था पर मासूम बच्चे की इच्छा का ये प...