कभी झेलता मार बाढ़ की कभी खेत सूखा मरता। कर्जे सर पर चढ़ जाते हैं और ख़ुदकुशी है करता। कभी झेलता मार बाढ़ की कभी खेत सूखा मरता। कर्जे सर पर चढ़ जाते हैं और ख़ुदकुशी...