अनुत्तरित, असहाय उलझी हुई मैं, बेचारी बन रह जाती हूँ ! अनुत्तरित, असहाय उलझी हुई मैं, बेचारी बन रह जाती हूँ !
उस पार ---शून्य में देखता रहता था वह, एकटक सदा, शून्य में.....। उस पार ---शून्य में देखता रहता था वह, एकटक सदा, शून्य में.....।