ज़िन्दगी भी कुछ रूल एंड रेगुलेशन से जी जाती है अपने रूल हुम् खुद बनाते हैं, रेगुलेशन ज़िन्दगी भी कुछ रूल एंड रेगुलेशन से जी जाती है अपने रूल हुम् खुद बनाते हैं, ...
अब कोई नहीं बोलता रुकावट में खेद है , क्योंकि हर कोई जानता है जिंदगी एक रेस है । अब कोई नहीं बोलता रुकावट में खेद है , क्योंकि हर कोई जानता है जिंदगी एक रेस ...
तब तक कैसे आ सकती है ? उस जीवन में शांति। तब तक कैसे आ सकती है ? उस जीवन में शांति।