श्रमणा से शबरी बनी , है तपस्वनी श्रीराम की। आस एक श्रीराम से , शिष्या ऋषि मतंग की ।। श्रमणा से शबरी बनी , है तपस्वनी श्रीराम की। आस एक श्रीराम से , शिष्या ऋषि मतं...
दंडकारण्य में एक आश्रम ऋषि मातंग वहा रहते थे भीलनी एक शिष्या उनकी सब शबरी उसको कहते थे। दंडकारण्य में एक आश्रम ऋषि मातंग वहा रहते थे भीलनी एक शिष्या उनकी सब शबरी उसक...