यादों के आबशार का कलश हू़ँ मैं! यादों के आबशार का कलश हू़ँ मैं!
जीते-जीते यूँ ही मुझको ख़याल आया तेरा मरते-मरते ज्यूं किसी को याद आए ज़िन्दगी। जीते-जीते यूँ ही मुझको ख़याल आया तेरा मरते-मरते ज्यूं किसी को याद आए ज़िन्दगी...