रूप पर जाने वाले बाहरी सुंदरता की ओर आकर्षित हो जाते हैं, रूप पर जाने वाले बाहरी सुंदरता की ओर आकर्षित हो जाते हैं,
हे पंचतत्व तुमने अभी जिया ही कहाँ है, अमूल्य जीवन का रस पिया ही कहाँ है? हे पंचतत्व तुमने अभी जिया ही कहाँ है, अमूल्य जीवन का रस पिया ही कहाँ है?
सीख लेते कहाँ, कब, क्या गलत कर आये हम भूलों का अपनी गंभीर आकलन करते जब हम सीख लेते कहाँ, कब, क्या गलत कर आये हम भूलों का अपनी गंभीर आकलन करते जब हम
यह विडम्बना नहीं आंतरिक शक्ति है स्त्री की। यह विडम्बना नहीं आंतरिक शक्ति है स्त्री की।