मोबाइल की गिरफ्त में तुम हो, अब तुम्हारे हाथों से मैं शायद आज़ाद हूँ। मोबाइल की गिरफ्त में तुम हो, अब तुम्हारे हाथों से मैं शायद आज़ाद हूँ।