मेरी सेल्फी मुझसे पूछे मेरी सेल्फी मुझसे पूछे
तू आंसुओं का रुकना तो न बदल सका ए दोस्त,फरिश्ता-ए-ख़ुशी तूने कारण जरूर बदल दिये। तू आंसुओं का रुकना तो न बदल सका ए दोस्त,फरिश्ता-ए-ख़ुशी तूने कारण जरूर बदल दिये। ...
मस्तिष्क में प्रवेश करता है तंज के रूप में। मस्तिष्क में प्रवेश करता है तंज के रूप में।
हे स्त्री तुम मर्यादित रहना उच्चश्रंखल न होना। हे स्त्री तुम मर्यादित रहना उच्चश्रंखल न होना।