टूटेगा पत्थर भी
टूटेगा पत्थर भी
मुश्किल नहीं कुछ भी
न सवाल
न जिंदगी का कोई भेद
न कोई लंबी छलांग
कुछ भी तो नहीं
यदि आपके पास कुछ भी न हो
केवल हिम्मत, हौसला और लगन हो
तो लक्ष्य सामने नहीं
बहुत पास दिखेगा
आज जो भी सफल है
वह सीधे माँ के पेट से नहीं सीख कर आया
यहीं सीखा
मेहनत की
दौड़ा,पढ़ा और उम्मीदों पर खरा उतरा
तुम तो यार जाबांज हो
उद्धमी हो, मेहनती हो
क्या हुआ की इस बार परीक्षा में रह गये
कोई बात नहीं
एक बार फिर कमर कस लो
सफलता को तुम्हारा पता बता दिया है
उसे तुम्हारी प्रतीक्षा है
जागो, उठो और चुनोती का सामना करो
अपने दुश्मन को हरा दो
इंकलाब जिंदाबाद
दौड़ोगे तो पाओगे
सफलता के गुण गाओगे
टूटेगा पत्थर अब
बनेगी सड़क
जिसपर चलोगे तुम हम साथ साथ
