टिमटिमाते सपने
टिमटिमाते सपने
चलो चलें आज सपनों के देश में।
टिमटिमाते सपने देखें कुछ सच्चे खुद झूठे देखें।
सपने देखे सपने देखें टिमटिमाते सपने देखें।
देखें हमने क्या है पाया, क्या हमारे हुए सपने सच है,
या खाली कोरा झूठ।
हमने भी देखे टिमटिमाते सपने।
कुछ सच हुए कुछ नहीं हुए।
कुछ दूसरी तरह से सच हुए।
मगर सब सच हुए,
जो नहीं हुए उनका अफसोस नहीं। क्योंकि जिंदगी में हमको इतना कुछ दिया है, उसी की खुशी मनाएं। अफसोस की कोई जगह नहीं।
हमारे टिमटिमाते सपने जो जिंदगी में हुए हैं सच दे गए वह खुशी की
अब अफसोस की कोई जगह नहीं।
करते हैं अब दुआ यह हम हमेशा।
यह टिमटिमाते सुनहरे सपने जिस तरह हमारे सच में आप सब के भी हों।
जो मिला है उसमें खुशी मनाएं ।
जो ना मिला उसका अफसोस की जगह ना हो।
कहती है विमला करो भगवान का धन्यवाद जिसने हमारे कुछ तो सपने पूरे किए।
जो नहीं हुए वह पुरुषार्थ से खुद कर लो।
सपने देखो सपने देखो
टिमटिमाते सपने देखो
कुछ ऊंचा करने के सपने देखो।
कुछ बड़ा करने के सपने देखो। जिंदगी को अच्छा करने के सपने देखो।
फिर उन को सच करने का पुरुषार्थ करो और अपने सपनों को पूरा करो।