तेरे जाने के बाद
तेरे जाने के बाद


तेरे जाने के बाद
जो ना सुलझेगी, ज़िन्दगी बन गई वो पहेली माँ,
तेरे जाने के बाद मैं हो गई हूँ बहुत अकेली माँ।
क्यूँ ख़ुदा ने छीन ली मेरी सबसे अज़ीज सहेली माँ,
तेरे जाने के बाद मैं हो गई हूँ बहुत अकेली माँ।
तेरे होते हुए कहाँ फ़िक्र थी सुबह जल्दी उठने की,
घर के कामों ने वो मिठ्ठी नींद मुझसे ले ली माँ।
तेरे जाने के बाद मैं हो गई हूँ बहुत अकेली माँ।
बचपन कब जवानी में बदल गया पता ही ना लगा,
याद नहीं कब आखिरी बार सहेलियों संग खेली माँ।
तेरे जाने के ब
ाद मैं हो गई हूँ बहुत अकेली माँ।
अब ना उसे दोष देती हूँ ना कोई दुआ माँगती हूँ,
वो ख़ुदा भी अलबेला उसकी ख़ुदाई भी अलबेली माँ।
तेरे जाने के बाद मैं हो गई हूँ बहुत अकेली माँ।
घरवालों को दिलासे देकर ख़ुद अकेले में रोती रहती,
तुझसे दूर जाने की तकलीफ़ कुछ यूँ मैंने झेली माँ।
तेरे जाने के बाद मैं हो गई हूं बहुत अकेली माँ।
तू अपने हाथों से मेरा हार-श्रृंगार किया करती थी,
काश ! मेरे गालों को फिर छू सकती तेरी हथेली माँ।
तेरे जाने के बाद मैं हो गई हूँ बहुत अकेली माँ।