STORYMIRROR

शायद

शायद

1 min
27.2K


नहीं बचे बिना ग्रेजुएट वाले गाँव

नहीं बचे बिना शॉपिंग मॉल वाले शहर

नहीं बचे साझा आँगन वाले घर

नहीं बचे साझा चूल्हे वाले परिवार

नहीं बचे सच बोलते बाज़ार

नहीं बची सच सुनती सरकार...


Rate this content
Log in