हूँ इंतज़ार में, और एक अभिलाषा छुपी मेरे अंदर जब ‘फिर’ भगत की टोली आए शौक़ से मेरे दर पर...! हूँ इंतज़ार में, और एक अभिलाषा छुपी मेरे अंदर जब ‘फिर’ भगत की टोली आए शौक़ से...
आवाम के दिल में घर करना बहुत है। आवाम के दिल में घर करना बहुत है।