रंगरसिया
रंगरसिया

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ओ रंगरसिया! काहे मन लजावे?
मोहिनी सूरत,नटखट अदाएं...
लायो संग रंग रथ,अरे रे रे...!
लाल,गुलाबी रंग उड़ेल पिचकारी,
मोहे,थंडाई नशीली उड़दंग मची...
ओ रंगरसिया! काहे मन लजावे?
आयो!प्यार भरो,रंग उमंग त्यौहार...
भुजिया खाके,होश-उल्लास नाचे,
जाने ठन-गन मोर बनी रंगरसिया...
नाव रंग,ओढी चुनरी पवन।
ओ रंगरसिया! काहे मन लजावे?
बाल,युवा,प्रौढ़ पेढी पसंदगी रूप,
भक्त प्रह्लाद भक्ति विजय दिन...
बुराई पर अच्छाई जयघोष,
पतासा,फूल,खजुर,धानी संग पूजा।
ओ रंगरसिया! काहे मन लजावे?
न नात-जात भेदभाव उत्साह...
मिठाई,चाट,थंडाई दावत।
लायो!फागुन,बचो की हसीं,
प्रेमी जोड़े,बड़ों का आशीर्वाद।