STORYMIRROR

Rekha Joshi

Others

3  

Rekha Joshi

Others

पर्यावरण

पर्यावरण

1 min
235


रंगीन धरती का गीत पर्यावरण

प्रकृति का मधुर संगीत पर्यावरण,


टूट रहे तार सूना पर्यावरण

बचाना हमें धरती का आवरण,


कोयल की कूक,पंछी की चहक,

फूलो की महक,झरनों की छलक,


प्रदूषण ने फैलाया कैसा जाल

लिपटी हुई धरती उसमें आज,


कटे पेड़ों से बिगड़ा आकार

चहुँ ओर अब फैला हाहाकार,


आओ लगायें नये पेड़ पौधे ,

सूनी धरा में खुशियाँ हम बो दें,


नये गीत गाये हसीं पर्यावरण

वनसम्पदा का प्रतीक पर्यावरण।



Rate this content
Log in