मैत्रेय जी कहें जब बन्दीजनों ने बखान किया पृथु के गुणों का ! मैत्रेय जी कहें जब बन्दीजनों ने बखान किया पृथु के गुणों का !
मैत्रेय जी कहें, महाराज पृथु के होंठ क्रोध से कांप रहे थे ! मैत्रेय जी कहें, महाराज पृथु के होंठ क्रोध से कांप रहे थे !
ये वचन सुनकर बलि के उनसे कहने लगे प्रभु वामन। ये वचन सुनकर बलि के उनसे कहने लगे प्रभु वामन।