अग्नि को मान साक्षी मैत्री की कसमें खाईं लक्ष्मण जी ने राम की सारी! अग्नि को मान साक्षी मैत्री की कसमें खाईं लक्ष्मण जी ने राम की सारी!
आप मुझसे मांग लीजिये चाहिए जो कुछ भी आपको। आप मुझसे मांग लीजिये चाहिए जो कुछ भी आपको।
ये वचन सुनकर बलि के उनसे कहने लगे प्रभु वामन। ये वचन सुनकर बलि के उनसे कहने लगे प्रभु वामन।