परियों को दबोचा गया,वीडियो बन रहे हैं
परियों को दबोचा गया,वीडियो बन रहे हैं
परियों को कुत्तों ने दबा लिया
उन पे कविता बनाई राजनीति की ज़ुबानी।
उनकी चाल और भाषा ने जनता को दुत्कारा
नाचते हुए कुत्ते गाली बकने लगे
वो नेता जो डरते थे अपनी ज़िम्मेदारियों से,
उनकी आँखों में छुपे थे अनगिनत सवाल।
क्या वो जनता के दिलों में बसे थे या नहीं?
उनकी बातों की ज़ुबानी ने बताया सबकुछ।
जनता ने उन्हें दिया जवाब अपनी वोटों से,
जैसे बच्चे खेलते हैं खिलौनों के साथ।
डरे हुए नेता कुत्तों ने पूँछ दबा ली,
परियों पे कविता बनाई राजनीति की ज़ुबानी।
कौन सी परी कैसी परी
सब के सब राजनीति के खेल हैं
कुत्ते परियों को दबोच रहे हैं
दर्शक वीडियो बना रहे हैं
खेल चालू है
शायद करोड़ों देख रहे हैं
बोलता कोई नहीं