यूँ तो 'ज़ोया' लोग मुझे शरीफ़ कहते थे, अब दे गए सब मुझे दीवाने का ख़िताब। यूँ तो 'ज़ोया' लोग मुझे शरीफ़ कहते थे, अब दे गए सब मुझे दीवाने का ख़िताब।