पहली पढाई
पहली पढाई
आओ बच्चे तुम्हें दिखा दूँ झांकी इस संसार की।
अभी अभी पैदा हुए हो सीख लो चाल इस दुनिया की।।
बहुत हसीन है ए दुनिया।
बहती है जिसमें कई नदियां।।
इसके पानी ही तुम्हें है पीना।
पर इसको मैला कभी न करना।।
यह जंगल है हमारा घर।
पेड़ पौधे हैं चारों ओर।।
इनके बीच तुम्हें है जीना।
गलती से भी इन्हें ना तोड़ना।।
यहां चींटी है खरगोश, हिरण और भालू भी है।
शेर, बाघ और भी कई जानवर है।।
पानी में जो मछली है, वो पानी में ही रहती है।
पंछी सब खुले आसमान में उड़ते हैं।।
सब अपनी अपनी जिंदगी जीते हैं।
रब के बनाए नियमों पे चलते हैं।।
ना किसी से लड़ाई झगड़ा करना।
सबके साथ तुम मिल जुलकर रहना।।
इन सब से बड़ा एक जानवर है।
जो इन्सान कहलाता है।।
बहुत समझदार उसे कहते है।
लेकिन वही जंगल काटता है।।
ना कोई नाखून, सींग और लंबे दांत है
पर औजारों से लडता है ।।
बस इससे तुम बचकर रहना।
बाकी सबसे दोस्ती करना।।
इस जंगल में तुम हंसी खुशी रहना।
औरों को भी यही सिखाना।।
आओ बच्चे तुम्हें दिखा दूँ झांकी इस संसार की।
सीख ले अब तू सारी चालें अपनी इस दुनिया की।।