आज फिर मैं सो नहीं पाया हूँ शायद, तेरी तस्वीर रूह में बसी है... आज फिर मैं सो नहीं पाया हूँ शायद, तेरी तस्वीर रूह में बसी है...
तुम्हें सोचना तो चाहता हूँ मगर सोच नहीं पाता हूँ तुम्हें सोचना तो चाहता हूँ मगर सोच नहीं पाता हूँ