मुझे बहुत पसंद है
मुझे बहुत पसंद है
सुबह रोज जल्दी से उठ जाना,
फिर थोड़ा घूम घाम के आना ,
फिर दंत मंजन कर नहाने के लिए जाना,
मुझे बहुत पसंद है।
माँ बाप की आज्ञा मानना ,
बड़ो का आदर सत्कार करना ,
समाज को प्रेम का पाठ पढ़ाना,
मुझे बहुत पसंद है।
खाने में ताजी रोटी खाना ,
दाल संग , छाछ दही का खाना,
फिर काम काज के लग जाना,
मुझे बहुत पसंद है।
रोज एक कागज ,पेन उठाना ,
अपने भावों को उतारना ,
फिर शब्दों को पंक्तिबद्ध में करना ,
मुझे बहुत पसंद है।
पंक्तिबद्ध करके एक रचना रोज बनाना,
फिर उसे अपने अंदाज में गुनगुनाना ,
फिर रोज अखबारों की सुर्खियों में रहना,
मुझे बहुत पसंद है।
भेदभाव से बिल्कुल दूर रहना ,
किसी को गलत कभी ना कहना,
फिर अपनी मस्ती में मस्त रहना ,
मुझे बहुत पसंद है।
हिंदी के पथ पर अग्रसर रहना ,
रोज नए आयामों को अपनाना,
फिर रचनाकारों के साथ चलना ,
मुझे बहुत पसंद है।
