सीखनी है बस इतनी कि पढ़ सकूँ उस भाषा में लिखी कोई किताब ! सीखनी है बस इतनी कि पढ़ सकूँ उस भाषा में लिखी कोई किताब !
आज इस कलियुग में निष्काम प्रेम बहुत कम ही देखने को मिलता है। हर व्यक्ति स्वार्थी प्रेम आज इस कलियुग में निष्काम प्रेम बहुत कम ही देखने को मिलता है। हर व्यक्ति स्वार्थी...