झूम झूम कर सावन आया बरखा यह मन भावन लाया रिमझिम पावस की बूंदों से मन मयूर नर्तन कर गाया ! झूम झूम कर सावन आया बरखा यह मन भावन लाया रिमझिम पावस की बूंदों से मन मयूर नर्...
जब हम करते हैं खेती धरती अनाज है देती उस पर ही गुजर बसर है भूखे मरने का डर है तुम धरती को पानी प... जब हम करते हैं खेती धरती अनाज है देती उस पर ही गुजर बसर है भूखे मरने का डर है...
रोको, कावेरी को रोको कि वह तो बह जाएगी धराधर की आई पुकार कावेरी बहक जाएगी! रोको, कावेरी को रोको कि वह तो बह जाएगी धराधर की आई पुकार कावेरी बहक जा...
लिया मानसून का नज़ारा, बारिश के बूंदों के संग। लिया मानसून का नज़ारा, बारिश के बूंदों के संग।