STORYMIRROR

Gaurav kumar

Others

3  

Gaurav kumar

Others

मेरी माँ पर कविता

मेरी माँ पर कविता

1 min
476

मेरे सर पर भी माँ की दुआओं का साया होगा

इसलिए समुन्दर ने मुझे डूबने से बचाया होगा

माँ की आगोश में लौट आया है वो बेटा फिर से

शायद इस दुनिया ने उसे बहुत सताया होगा


अब उसकी मोहब्बत की कोई क्या मिसाल दे,

पेट अपना काट जब बच्चों को खिलाया होगा

की थी सकावत उमर भर जिसने उन के लिए

क्या हाल हुआ जब हाथ में कजा आया होगा


कैसे जन्नत मिलेगी उस औलाद को जिस ने

उस माँ से पहले बीवी का फ़र्ज़ निभाया होगा

और माँ के सजदे को कोई शिर्क ना कह दे

इसलिए उन पैरों में एक स्वर्ग बनाया होगा...



Rate this content
Log in