तेरा हर रंग कैसा, जन्मों के लिया बँधे हैं हम एक डोरी में, तेरा हर रंग कैसा, जन्मों के लिया बँधे हैं हम एक डोरी में,
लिखे तो बहुत खत थे तुम्हे शायद पता लिखना भूल गयी! लिखे तो बहुत खत थे तुम्हे शायद पता लिखना भूल गयी!