लिखा है मैंने
लिखा है मैंने
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ऐ खामोश चेहरा,
लिए आँखों में पहरा,
सागर से गहरा,
ये दिल कह रहा,
तुम पढ़ तो लो
जो लिखा है मैंने,
इखलास तुम्ही से,
एहसास तुम्ही से,
इबादत तुम्ही से,
इनायत तुम्ही से,
तुमसे ही नजात,
क़ायनात तुम्ही से,
सागर से गहरा,
ये दिल कह रहा,
तुम पढ़ तो लो
जो लिखा है मैंने।।