ख्वाहिशें हमारी
ख्वाहिशें हमारी
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कुछ अधूरी सी ख्वाहिशें हैं मेरी यारा,
कुछ सपने और कुछ हकीकत है मेरी,
इन सबसे हरपल की मुलाकातें है मेरी।
पर तूझसे से एक मुलाकात की चाहत है मेरी,
कुछ पल का सुकून चाहती हूं मैं, जिसमें न हो कोई सवाल, वो वक्त चाहती हूं मैं।
तमतमाती धूप में,एक ठंडी सी छांव की ख्वाहिश है मेरी ,
एक सुकून से भरा तेरा साथ चाहती हूं मैं,न कोई सवाल हो,न कोई जवाब चाहती हूं मैं।
बस यारा, सिर्फ तेरा साथ चाहती हूं मैं,
लौट आओ बस एक बार मेरे पास ,
सारी जिंदगी सिर्फ तेरा साथ चाहती हूं मैं।