खिलाफ
खिलाफ
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मैं खिलाफ हूं
हर उस चीज़ के जो खिलाफ है देश के,
मैं खिलाफ हूं
उस विचारधारा के जो खिलाफ है देश के,
मैं खिलाफ हूं
गद्दारों के, राष्ट्र विरोधी विचारधारा के,
मैं खिलाफ हूं
देश को अखाड़ा समझ लड़ा देने वालों के,
मैं खिलाफ नहीं बिल्कुल भी
किसी जाति, मज़हब, शहर, या प्रांत के,
लेकिन मैं खिलाफ हूं
जो खिलाफ हैं वतन के।
