Shreya Singh
Others
कभी रोती हूं
कभी हँसती हूं,
कभी हँसती हूं
हर एक पल खुद को कोसती हूं
क्यों होते हैं लोग इतने मतलबी,
क्यों होते हैं लोग इतने मतलबी
कल तक जिन्हें दोस्त मानते थे
आज अचानक बन गए अजनबी??
रंग दे बसंती ...
ना जाने क्यूँ...
अब फ़र्क़ नहीं ...
ज़िन्दगी
किताबें
खामोशियाँ
रिश्ते
हिंदुस्तान
मेरा भारत महा...
ये कैसी माया?