अगर गंगा, जमुना, सरस्वती, हैं ये अनमोल पवित्र जलधाराएँ, बहता लहू मेरे सिपाही का, है आग की धधकतीं ज्व... अगर गंगा, जमुना, सरस्वती, हैं ये अनमोल पवित्र जलधाराएँ, बहता लहू मेरे सिपाही का,...
उनके अहसानों के बदले उनका कुछ तो सम्मान करो।। उनके अहसानों के बदले उनका कुछ तो सम्मान करो।।