नाजुक से सपने, सहेज कर ना रखो, कुछ करने की है, हिम्मत, उड़ने का हौसला रखो...! नाजुक से सपने, सहेज कर ना रखो, कुछ करने की है, हिम्मत, उड़ने का हौसला रखो...!
सपने के लिये अथाह प्रयास करना ! सपने के लिये अथाह प्रयास करना !
जो आसमान आँखों में है, उसे कदमों के नीचे लाना है...! जो आसमान आँखों में है, उसे कदमों के नीचे लाना है...!
तू क्यों रोता है ? क्या लेकर आया था , क्या लेकर जायेगा I तू क्यों रोता है ? क्या लेकर आया था , क्या लेकर जायेगा I
कहाँ थे ज़िन्दगी में हम और कहाँ आ गये । ना जाने कब कैसे हम गर्दिशे जहाँ पा गये। कहाँ थे ज़िन्दगी में हम और कहाँ आ गये । ना जाने कब कैसे हम गर्दिशे जहाँ पा गय...