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sadhna Parmar

Children Stories Inspirational

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sadhna Parmar

Children Stories Inspirational

बचपन की दोस्ती

बचपन की दोस्ती

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साथ-साथ रहना, पास-पास बैठना,

एक साथ चलना, एक साथ खाना,


एक साथ खेलना, एक साथ बड़े होना

साथ मिलकर पड़ोसन को सताना,


एक दूसरे का हाथ थामकर चलना,

तेरे मामा को मेरा भी मामा कहना,


तेरे घर को भी अपना घर समझना,

तेरी हर बात में मेरा शामिल होना,


तेरे दुःखी होने से मेरा दुःख बढ़ना

तेरे हर काम में मेरा साथ होना,


तेरी खुशी में पीछे, तेरे गम में तेरे आगे होना,

तेरी ख़ामोशी को देखकर पढ़ लेना,


बचपन से साथ चलते चलते पता नहीं,

कब तेरा साथ इतना यादगार बन गया


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