STORYMIRROR
अश्क ना बहाओ
अश्क ना बहाओ
अश्क ना बहाओ
अश्क ना बहाओ
अश्क ना बहाओ
माॅं बख्श दो मुझे
भूख से परेशां
माखन चुराया
अश्क ना बहाओ
माॅं बख्श दो मुझे
मैं न था अकेला
ग्वाल बाल सारे
पेंद्या सुदामा
साथ थे हमारे
अश्क ना बहाओ
माॅं बख्श दो मुझे
More hindi poem from Suresh Kulkarni
Download StoryMirror App