अबके बरस !
अबके बरस !
उनसे मुलाकात हो जाये अबके बरस
उनको भी चाहत हो जाये अबके बरस
ना रंजो-गम हो ना कोई रूठना मनाना
ऐसी ही उन्सियत हो जाये अब के बरस
ना चांद गुम हो जाये, सूरज ढलने ना पाये
कोई एसी शरारत हो जाये अब के बरस
मेरे दोस्त जो दूर दूर जा के बैठ गये है
उन सबसे मुलाकात हो जाये अबके बरस
तेरी आंख के आँसू पी लूं, तू मेरी हंसी ले ले
ऐसा कोई बंदोबस्त हो जाये अबके बरस
ना कोई मजलूम हो ना कोई बीमार हो
सबकी ही शफाअत हो जाये अबके बरस
तुम सामने आ जाओ और मैं मर ही जाऊं
ऐसी ना कयामत हो जाये अबके बरस
ना मेरा खुदा कोई और ना तेरा खुदा कोई और
एक ही ईश्वर से मोहब्बत हो जाये अबके बरस
एक एक सितारा बन जाये एक एक सपना
ऐसी सपनों वाली रात हो जाये अबके बरस
