खफ़ा होकर भी मैं तेरा रहा हूँ खुदा जाने मैं ऐसा क्यों बना हूँ...! खफ़ा होकर भी मैं तेरा रहा हूँ खुदा जाने मैं ऐसा क्यों बना हूँ...!
तुम्हारे घर का दरवाज़ा , अब मेरी बात क्यों नहीं करता ?? तुम्हारे घर का दरवाज़ा , अब मेरी बात क्यों नहीं करता ??