पैरों में चप्पल तो थे, पर ऐसे जैसे मानो 'वेंटिलेटर' पे रखा गया कोई शरीर, जान तो थी पर किसी काम के ... पैरों में चप्पल तो थे, पर ऐसे जैसे मानो 'वेंटिलेटर' पे रखा गया कोई शरीर, जान त...
बचपन के बारे में एक कविता...। बचपन के बारे में एक कविता...।
आभास...। आभास...।
बरखुरदार ! बरखुरदार !