हिचकी
हिचकी
हिचकी आज कुछ ज्यादा आई,
लगता है उन्हें हमारी याद आई,
भूल जो गए वो हमहे पर आज,
हिचकी के बहाने हमारी याद आई,
जमाने से छिपके वो उनका गलियों में मिलना,
इशारों में चुपके से वो चुंबन फेकना ,
लगता है हिचकी से उन्हें हम याद आये,
जालिम वो इतने निकले जिनके लिए हम जीये,
वो आज सौतन की लेके सौगात आये,
शायद इसीलिए हिचकी के बहाने हम याद आये।।।