Apothecary तजुर्बों ने लिखने का हौसला दिया किताबों ने लिखने का सलीका दिया शेर- ओ- शायरी नज़्म और संस्मरण
रूह को लुभाने वाला वो स्वाद बिक गया। रूह को लुभाने वाला वो स्वाद बिक गया।
जो खत, देह, सबूत सब को मिटते देख अमर रह जाती है अग्नि से मिलने के बावजूद भी। जो खत, देह, सबूत सब को मिटते देख अमर रह जाती है अग्नि से मिलने के बावजूद भी।
हो महफूज़ अपनी मुस्कान चाहे सबकी हो जाए तमाम सही। हो महफूज़ अपनी मुस्कान चाहे सबकी हो जाए तमाम सही।
जीने का इसे मोह नहीं ,ये बात वो सबको बता गया सबकी नैया डुबा गया और,खुद को बचा गया। जीने का इसे मोह नहीं ,ये बात वो सबको बता गया सबकी नैया डुबा गया और,खुद को बचा...
तू महफूज़ है, दूर ये तेरा हर भ्रम होगा। तू महफूज़ है, दूर ये तेरा हर भ्रम होगा।
खुद पी के दुनिया रुपी ज़हर को, सबको अमृतपान वो करा जाती है। खुद पी के दुनिया रुपी ज़हर को, सबको अमृतपान वो करा जाती है।
एक आखिरी अलविदा कुछ ऐसे लिया मैंने अपने अतीत से। एक आखिरी अलविदा कुछ ऐसे लिया मैंने अपने अतीत से।